राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) पर वरिष्ठ अधिकरियों, नोडल अधिकरियों और प्रधानाचार्यों की बैठक
रोहतक, 3 जनवरी, 2025: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन और उद्देश्यों पर विचार-विमर्श करने के लिए आज सुबह 10:30 बजे पंडित नेकी राम शर्मा राजकीय महाविद्यालय, रोहतक में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिकारियों ने की जिनमें डॉ. हेमंत वर्मा (संयुक्त निदेशक, डीएचई), डॉ. कृष्ण (सहायक निदेशक, डीएचई) और प्राचार्य डॉ. लोकेश बलहारा शामिल थे। महाविद्यालय पहुंचने पर डॉ हेमंत वर्मा का महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ लोकेश बलहारा , डॉ अनिल खटकड़, डॉ अमित सहगल , डॉ दिनेश सिंह एवं अन्य वरिष्ठ प्राध्यापकों के द्वारा बुके देकर स्वागत किया गया। मीटिंग में रोहतक डिवीजन के 90 सरकारी एवं एडेड कॉलेजों के नोडल अधिकारी और प्राचार्य उपस्थित हुए।
यह बैठक "एनईपी अभियान" की तैयारी के उपलक्ष में बुलाई गई थी जिसका उद्घाटन श्री विवेकानन्द जयंती (12 जनवरी, 2025) पर माननीय शिक्षा मंत्री द्वारा कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र में एक सेमिनार के दौरान किया जाना है। इस अवसर पर, माननीय शिक्षा मंत्री सहयोग को बढ़ावा देने और एनईपी कार्यान्वयन को बढ़ाने के उद्देश्य से एक पोर्टल, एक गूगल फॉर्म और एक सुझाव बॉक्स का भी अनावरण करेंगे।
प्राचार्यों और नोडल अधिकरियों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के समबन्ध में आने वाली चुनौतियों, नवीन विचारों, लागू करने हेतु आवश्यक रणनीतियों को साझा किया । बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया:
• समग्र एवं बहुविषयक शिक्षा
• उच्च शिक्षा में अंतर्राष्ट्रीयकरण, समानता और समावेशन
• भारतीय भाषाओं, कलाओं और संस्कृति को बढ़ावा देना
• लक्षित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षक क्षमता को मजबूत करना
बैठक एनईपी के चरणबद्ध कार्यान्वयन के लिए एक व्यापक रोडमैप को अपनाने के साथ संपन्न हुई, जिसमें निम्नलिखित क्षेत्रों में मापने योग्य परिणामों को लक्षित किया गया:
• पाठ्यचर्या का पुनर्गठन
• संकाय विकास
• उद्योग-शैक्षणिक भागीदारी में वृद्धि
सभी सुझावों को संकलित किया जाएगा और फरवरी 2025 में आयोजित एक राष्ट्रीय गोलमेज सम्मेलन में उन पर आगे विचार-विमर्श किया जाएगा। रोडमैप में इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए दिसंबर 2025 की समयसीमा निर्धारित की गई है।
इस अवसर पर डॉ. अमित सहगल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दृष्टिकोण को साकार करने में सामूहिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित करते हुए सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रोहतक डिवीजन के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों ,नोडल अधिकारियों के साथ पंडित नेकीराम शर्मा राजकीय महाविद्यालय रोहतक के डॉ अनिल खटकड़ ,डॉ सुशील दलाल, डॉ दिनेश सिंह, डॉ कुलदीप मलिक, डॉ अंकिता शर्मा, डॉ हर्ष नांदल, डॉ दीपक वत्स, डॉ विनीता कौशिक विशेष रूप से उपस्थित रहे।